मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं कपीश्वर मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम् श्रीरामदूतम् शरणम् प्रपद्ये॥ साधु सन्त के तुम रखवारे। असुर निकन्दन राम दुलारे॥ .. नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी? यह भी पढ़ें इंदौर के पितरेश्वर हनुमान https://makeupartist19642.alltdesign.com/the-hanuman-chalisa-diaries-54594619