उल्लू ने कहां – तुम चुप रहो, यह मेरी पत्नी है। उन्होंने गाँधी जी को संकेत कर बगल वाले छात्र से नक़ल कर वर्तनी ठीक लिखने को कहा. किन्तु गाँधी जी ऐसा कहाँ करने वाले थे. आप जो नहीं पा सकते उसकी बुराई ही करते हैं। पंचतंत्र की कहानी: संगठन https://lokhitkhabar.com/